जालोर जिले में दो साल से कोरोना की दो लहरों ने ग्रेनाइट मंडी को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया है। ईन लहरों ने ग्रेनाइट कारोबार का करीब 8 करोड़ का नुकसान कर दिया अब व्यापारियों को तीसरी लहर की चिंता है। ऐसे में पहली लहर के दौरान ग्रेनाइट मंडी पूरी तरह करीब 100 दिन के समय तक बंद रहने से करीब 500 करोड रुपए का नुकसान हुआ वही दूसरी लहर के दौरान हालांकि कार्य किया जा रहा था लेकिन लॉकडउन से कार्य प्रभावित भी हुआ लेकिन लॉकडाउन से करीब 300 करोड रुपए का नुकसान हुआ हालांकि दूसरी लहर के दौरान करीब 75% मजदूर यहां थे करीब 25% मजदूर गांवों में चले गए । अब करीब 85% मजदूर वापस आ चुके हैं। ऐसे में अब धीरे-धीरे ग्रेनाइट कारोबार पटरी पर आ रहा है। लेकिन उद्यमियों का कहना है कि खरीदारी को लेकर नई व्यापारी बहुत ही कम संख्या में आ रहे हैं अब तक पुराने आर्डर का माल तैयार कर भेजा जा रहा है। इसी के साथ अब ग्रेनाइट उद्यमियों को तीसरी लहर की चिंताएं सता रही हैं।

